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black thips on chilli flower

जानिए मिर्च में थ्रिप्स के मुख्य कारण, इसके प्रभाव और निवारण के उपाय


मिर्च में थ्रिप्स एक मुख्य कीट समस्या है जो स्टॉक में स्टॉक, फूलों और फलों को नुकसान पहुंचाती है। ये कीट नामांकित के रस को बेच रहे हैं जिससे बेरोजगारों का विकास रुक सकता है और उत्पाद पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

थ्रिप्स का प्रभाव

  1. पत्तियों पर असर:
    • पत्तियां मुड़ने, सिकुड़ने और पीली पड़ने लगती हैं।
    • चांदी जैसे धब्बे दिखाई देते हैं।
  2. फूल और फल:
    • फूलों का झड़ना।
    • फल विकृत हो जाते हैं या उनका रंग असमान रहता है।
  3. रोग फैलाव:
    • थ्रिप्स वायरस जैसे टोमैटो स्पॉटेड वाइल्ड वायरस फैलाते हैं।

थ्रिप्स नियंत्रण के उपाय

जैविक नियंत्रण

  1. प्राकृतिक दुश्मन:
    • लेडी बर्ड बीटल्स और ग्रीन लेसविंग जैसे कीट थ्रिप्स को खाते हैं।
    • इन्हें खेत में प्रोत्साहित करें।
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  2. नीम का तेल (Neem Oil):
    • 2-5 मिली नीम का तेल प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
    • यह कीट को रोकने और उसकी संख्या कम करने में मदद करता है।
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  3. बायोपेस्टिसाइड्स:
    • बेवेरिया बेसियाना या वर्टिसिलियम लेकैनी जैसे जैव कीटनाशकों का उपयोग करें।

यांत्रिक नियंत्रण

  1. पीले चिपचिपे ट्रैप:
    • खेत में पीले रंग के स्टिकी ट्रैप लगाएं।
    • ये वयस्क थ्रिप्स को आकर्षित करके फंसाते हैं।
  2. संक्रमित पत्तियों का नाश:
    • थ्रिप्स से प्रभावित पत्तियों और शाखाओं को काटकर जला दें।

रासायनिक नियंत्रण (यदि संक्रमण गंभीर हो)

  1. कीटनाशक:
  1. स्पिनोसैड 45% SC: 0.5 मिली प्रति लीटर पानी।
  2. सिमोडिस 240 मिली प्रति 150 लीटर पानी।
  3. एक्सपोनस25 मिली प्रति 150 लीटर पानी।
  4. बेवेनिया 240 मिली प्रति 150 लीटर पानी।
  5. डेलीगेट100 मिली प्रति 150 लीटर पानी।
  6. पोलिस(इमिडाक्लोप्रिड40%+ फिप्रोनिल 40% wg)
  7. इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL: 0.3 मिली प्रति लीटर पानी।
  8. फिप्रोनिल 5% SC: 1 मिली प्रति लीटर पानी।
  9.  
  10. छिड़काव के समय सावधानी:
  1. कीटनाशकों को बदल-बदलकर उपयोग करें ताकि कीट प्रतिरोधक क्षमता न विकसित कर सकें।
  2. छिड़काव सुबह या शाम के समय करें।

संवर्धन पद्धतियां

  1. फसल चक्र:
    • मिर्च के बाद दूसरी फसल लगाएं ताकि थ्रिप्स के जीवन चक्र को बाधित किया जा सके।
  2. समुचित पोषण:
    • पौधों को स्वस्थ रखें ताकि वे कीटों का सामना कर सकें।
  3. सिंचाई:
    • हल्की सिंचाई करें, क्योंकि अत्यधिक नमी थ्रिप्स के प्रजनन को बढ़ावा देती है।

यदि संक्रमण नियंत्रित न हो, तो स्थानीय कृषि विशेषज्ञ से परामर्श करें। नियमित निगरानी और समुचित उपायों से थ्रिप्स पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

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